इसी दौरान उसने लक्ष्मीगंज प्रसूति गृह में एलटीटी (नसबंदी) का ऑपरेशन कराया था, लेकिन अगस्त 2016 में जब वह गर्भवती हुई तो उसने लक्ष्मीगंज प्रसूति गृह की डॉक्टर शोभा चतुर्वेदी से मुलाकात कर नाराजगी जाहिर की।
डॉक्टर ने उसे सहायता राशि दिलाने का आश्वासन देते हुए फॉर्म भरवा दिया। ऊषा का आरोप है कि इसके बाद से वह लगातार सीएमएचओ कार्यालय के चक्कर काट रही है, लेकिन न तो उसे अब तक सहायता मिली है और न ही कोई सीधे मुंह जवाब ही देता है।