जाने सेक्स में क्यों माहिर होते हैं खिलाड़ी। समलैंगिक सेक्स, सेक्स टॉय, अपने पार्टनर के साथ चीटिंग, और तो और ग्रुप सेक्स की आपने कई कहानियां सुनी होंगी लेकिन, आज जो बात हम आपको बताने जा रहें उसे पढ़कर आपको हैरानी जरूर होगी। क्या आपको पता है कि ओलंपिक के दौरान खिलाड़ी सबसे ज्यादा सेक्स करते हैं। जी हां यह बात बिल्कुल सच है। दरअसल लंदन ओलंपिक के दौरान कुल डेढ़ लाख कॉन्डम्स का इस्तेमाल हुआ था और रिओ ओलंपिक में ये संख्या बढ़कर साढ़े चार लाख हो गई।
इस खबर को पढ़कर आपके दिमाग में सबसे पहले यह बात आई होगी की आखिर ये एथलीट इतना सेक्स क्यों करते हैं? घर-बार से दूर ये युवा जोश और एक्साइटमेंट से भरे हुए होते हैं। और ये सब एक ही जगह पर रहते हैं ऐसे में एक दुसरे के प्रति आकर्षित होकर सेक्स होना नॉर्मल बात है।
ऑस्ट्रेलिया के एक प्रोफेसर का कहना है कि खिलाड़ी ओलंपिक के दौरान डॉमिनेटिंग और अग्रेसिव होते हैं।
उनका मेटाबॉलिज्म ज्यादा होता है। ये एक्सरसाइज ज्यादा करते हैं। और बढ़ी हुई सेक्स की खुराक इनका बायोलॉजिकल फीचर बन जाता है। डॉक्टरों का ये भी कहना है कि एक्सरसाइज और सेक्स ड्राइव के बीच सीधा कनेक्शन होता है। इसके अलावा दिमाग वाले एक्सपर्ट्स की मानें तो एक फिट शरीर के अंदर बसने वाला दिमाग इतना कॉन्फिडेंट होता है कि सेक्स की इच्छा जाहिर करने में घबराता नहीं।