3 साल पहले यूपी से एक 10 साल की लड़की का अपहरण का मामला सामने आया था और अब उस मामले को लेकर मुंबई पुलिस ने आरोपियों को गिरफतार कर लिया है।
मुंबई पुलिस और सीबीआई की टीम ने 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार शख्स में नवी मुंबई की रहने वाली संगीता और अजमेर का रहने वाला मुहम्मद सलीम शामिल है। पुलिस के मुताबिक संगीता ने कथित तौर पर बच्ची को अजमेर से खरीदा था। बच्ची को उसके परिजनों को सौंप दिया गया है।
यूपी के बरेली के रहने वाले नबील इस्माइल, उनकी पत्नी हसीना और उनकी 10 साल की बेटी आएशा (बदला हुआ नाम) अक्सर अजमेर शरीफ दरगाह जाया करते थे। इन यात्राओं के दौरान इस परिवार का मोहम्मद सलीम नाम के एक स्थानीय शख्स से पहचान हुई। सलीम ने परिवार का इस कदर विश्वास हासिल कर लिया कि वह जब कभी भी बरेली जाता था जो इस्माइल परिवार के यहां ही ठहरता था।
अगस्त 2013 में हसीना अपनी बेटी के साथ अजमेर शरीफ पहुंची और सलीम के घर ठहरी। 2 दिन बाद जब हसीना बरेली लौटने लगी तो सलीम ने उससे गुजारिश की के वो अपनी बेटी आएशा को अभी एक हफ्ते तक अजमेर रहने दे। हसीना को सलीम पर पूरा विश्वास था, लिहाजा वह अपनी बेटी को उसके घर छोड़कर बरेली वापस आ गई। जब एक हफ्ते से ज्यादा समय बाद भी आएशा बरेली नहीं आई तो नबील इस्माइल और हसीना अजमेर पहुंचे जहां सलीम ने बताया कि उनकी बेटी घर छोड़कर कहीं भाग गई। इसके बाद इस्माइल ने अजमेर में केस दर्ज कराया। बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश के बाद मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई।
सीबीआई ने आखिरकार जांच के नतीजों के आधार पर सलीम और संगीता की गिरफ्तारी की। जांच के दौरान ये भी पता चला कि सलीम ने कई बार आएशा से छेड़छाड़ भी की थी। उसने आएशा को संगीता के हाथों बेच दिया। सीबीआई और मुंबई पुलिस की जांच में पता चला कि संगीता भी बच्ची को बेचने की योजना बना रही थी। इसके लिए वह बच्ची के 15-16 साल के होने का इंतजार कर रही थी। इस मामले में सलीम और संगीता के खिलाफ मानव तस्करी समेत गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है।