एमीलिया की बेहतरीन ग्रोथ और रिकवरी को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे ‘लिटिल फाइटर’ कहा है। कहा जा रहा है कि वह समय से पहले जन्म लेने वाली दुनिया की सबसे हल्की बच्ची है जो जीवित रही। जर्मनी में सेंट मेरी हॉस्िपटल के हेड डॉ. बाहमन घरावी ने एमीलिया के जीवित रहने को चमत्कार ही कहा है। समय से पहले जन्म लेने की वजह से एमिलिया को लर्निंग डिस्ऑर्डर्स और हाइपरएक्टिविटी का खतरा है पर अभी तक एमीलिया ने इसके कोई गंभीर संकेत नहीं दिए हैं। उसे पहले एक छोटे ट्यूब की सहायता से फीड कराया जाता था। हॉस्िपटल का स्टाफ व नर्स उसके दर्द को कम करने के लिए शकर के घोल में डुबी कॉटन बड का उपयोग करती थी।