हजारों सालों से भूत-प्रेत और आत्माओं के अस्तित्व को लेकर वैज्ञानिकों और तांत्रिकों के बीच अच्छा खासा मतभेद है। हालांकि आज भी कई लोग आत्माओं को बुलाकर उनसे बातें करते हैं। इन कामों को करने के लिए कड़ी तपस्या और ज्ञान के लिए खुद को झोंकना पड़ता है। इसके लिए कई विधियों का प्रयोग किया जाता रहा है। पाश्चात्य जगत में इन विधियों से आत्माओं से संपर्क बनाने की बात अक्सर लोग करते हैं। आइए हम बताते हैं कौन से तरीके लोग करते हैं इस्तेमाल…
माहौल में हो जाता है बदलाव
अक्सर बड़े बड़े तांत्रिक इस विधि का उपयोग करते हैं जिनमें एक प्लेनचेट और ओइजा बोर्ड के जरिये आत्माओं से बात की जाती है। यह एक दिल के आकार का दिखने वाला लकड़ी का टुकड़ा होता है। इसमें पीछे की ओर सभी ओर घूमने वाले पहिये लगे होते हैं। इसकी नोक की तरफ एक छेद होता है जिसमें पेंसिल लगा दी जाती है। आत्मा से संपर्क करने से पहले मेज पर एक सादा कागज रखकर उसके ऊपर ओइजा बोर्ड को रखा जाता है। इसके बाद जिस व्यक्ति की आत्मा को बुलाना होता है उसका ध्यान किया जाता है।
ऐसा माना जाता है कि जैसे ही आत्मा आ जाती है यंत्र अपने आप चलने लगता है। आमतौर पर इस यंत्र द्वारा अतृप्त आत्माओं को बुलाया जाता है। आत्मा जब आ जाती है तो ओइजा बोर्ड में हरकत होने लगती है। आत्मा से जब प्रश्न किया जाता है तब ओइजा बोर्ड चलने लगता है और उसमें लगी पेंसिल से कागज पर उत्तर लिखा जाने लगता है। इस तरह से ओइजा बोर्ड द्वारा प्रश्नकर्ता आत्माओं से अपने सवालों के जवाब जान लेता है।