हिप्नोटाइज़ करके आत्मा को बुलाना
चेतन मन में आत्माओं से संपर्क करना मुश्किल है लेकिन अचेतन मन को आत्माओं से जोड़ा जा सकता है। आत्माओं से संपर्क होने के बाद व्यक्ति उनसे अपने प्रश्न पूछ सकता है। लेकिन कई मामले ऐसे भी होते हैं जब व्यक्ति का आत्माओं से संपर्क नहीं हो पाता है और वह अपनी मनोभावनाओं को इस तरह व्यक्त करने लगता है जैसे वह आत्माओं के संपर्क में है।
लेकिन हिप्नोटिज्म के एक्सपर्ट इन्हें आसानी से समझ लेते हैं क्योंकि उनकी बातों में उनकी अपनी भावनाएं छलकती रहती है। डा. बताते हैं कि जब व्यक्ति आत्माओं के संपर्क में होता है तब उसकी आवाज बदल जाती है जिसे रिकार्ड भी किया जा सकता है। इन्होंने यह भी बताया कि आत्माएं जो बुलाने पर आ जाती हैं वह अपनी मर्जी से खुद ही चली जाती हैं इसलिए हिप्नोटिज्म के द्वारा आत्मओं से संपर्क करने पर यह डर नहीं रहता कि आत्मा आ गई तो लौट कर जाएगी या नहीं। इस तरह आत्मा की आवाज टेप की जाती है