ये आतंकवादी लोगों को क्यों कह रहा है मत बनो आतंकी । 36 साल के अफरोज खान हिंदी, मराठी, उर्दू और अंग्रेजी में धाराप्रवाह बोलने वाले, 2006 के औरंगाबाद हथियार मामले में नवी मुंबई के तलोजा जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे है। लेकिन वो इन दिनों महाराष्ट्र के पोस्टर बॉय के तौर पर उभरे हैं। कैदी नंबर सी-299 खान राष्ट्रविरोधी ताकतों द्वारा मुस्लिम युवाओं के इस्तेमाल के खिलाफ जेल में ही मुहिम चला रहे हैं। बता दें कि, अफरोज खान आज कट्टरता के खिलाफ आवाज उठाते हैं।
बीड़ के रहने वाले और पेशे से फार्मासिस्ट रहे खान ने 13 जून 2016 को मुंबई की एक अदालत के सामने सरेंडर किया था। वह अवैध हथियार केस के में साजिश रचने के आरोपी थे। इस मामले में महाराष्ट्र ए.टी.एस. ने 22 लोगों को गिरफ्तार किया था। इस साल अगस्त में खान और उसके 6 साथियों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी।