रति टाटा समूह की सबसे लंबे समय तक कमान संभालने वाले जेआडी टाटा की भांजी थीं। जेआरडी टाटा की दूसरी बहन सिला का विवाह सर दिनशॉ से हुआ था। और रति जिन्ना दिनशा पेटी और सिला टाटा की इकलौती बेटी थीं। यही नहीं रति जिन्ना की मां और जेआरडी टाटा की बेटी साल्या के पास टाटा सन्स के शेयर भी थे। साल्या को ये शेयर जेआरडी टाटा की ओर से दिए गए थे। जेआरडी टाटा ने यह शेयर होल्डिंग सिला के अलावा अन्य भाई बहनों दराब, जिमी और रोदाबेह को भी हिस्सेदारी दी थी।
रति जिन्ना की मां सिला ने बाद में अपनी हिस्सेदारी बेच दी थी। उन्होंने अपनी यह हिस्सेदारी सायरस मिस्त्री के ग्रैंडफादर शापोरजी मिस्त्री को बेची थी। सिला के अलावा उनकी एक और बहन दराब ने भी अपनी हिस्सेदारी मिस्त्री फैमिली को बेची थी। मिस्त्री फैमिली ने दोनों बहनों से टाटा सन्स की 5 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी।