इस मंदिर का निर्माण करवाने वाले सामाजिक कार्यकर्ता रौबी शर्मा का ऐसा मानना है कि इस मंदिर के निर्माण से लोग थोड़े जागरूक होंगे और वो अधिकारियों को भगवान समझने की गलती नहीं करेंगे। इस मंदिर में भ्रष्ट लोगों का बहिष्कार कर ये दिखाया जा रहा है कि चाहे कितना भी बड़ा अधिकारी हो, भगवान के सामने उसकी भ्रष्टता माफ़ नहीं होती।