गंगी के 95 वर्षीय मांडू सिंह बताते हैं कि सड़क, बिजली और पानी का इंतजार गांव में लोग आजादी के बाद से कर रहे हैं। कई लोग तो इन सुविधाओं का सपना लिए ही दुनिया से रुखसत हो गए। 70 वर्षीय गंगा देवी कहती हैं, ‘हमें तुम्हारी दुनिया का पता नहीं। पानी हमारे गांव में नहीं है। गंदा पानी पीना पड़ता है। हमें बस साफ पानी दे दो।’ गांव का 16 वर्षीय वासुदेव काफी होशियार है। क्या बनेगा, पूछने पर कहता है, ‘दो सौ बकरी लाऊंगा।’
टिहरी गढ़वाल के जिलाधिकारी इंदुधर बौड़ाई ने बताया कि गंगी गांव आज भी दुनिया से कटा है। हम पूरी टीम के साथ गंगी आए हैं और अब गांव में सड़क लाना हमारी पहली प्राथमिकता है। यहां पर अब नियमित कैंप लगाए जाएंगे।