शौचालय नहीं तो, शादी नहीं। हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और पंजाब के मौलवी और मुफ्तियों ने ये तय किया है कि वो उस घर में निकाह नहीं पढ़वाएंगे, जिस घर में शौचालय न हो। जमात उलेमा-ए-हिंद के महासचिव मौलाना महमूद ए. मदानी ने कहा कि इन तीन राज्यों में मुसलमानों के घर में शादी के लिए शौचालय का होना अनिवार्य है। जल्द ही पूरे भारत में भी इस फ़ैसले को लागू करने की योजना है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के मौलवियों और मुफ़्तियों ने मिल कर ये फ़ैसला लिया कि वो उन मुसलमानों के घर की शादियों में या निकाह में हिस्सा नहीं लेंगे जहां शौचालय न हों।
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