जब हीरे की बात की जाए तो दुनिया के सबसे प्राचीन और मूल्यवान कोहिनूर हीरे को कोई कैसे भूल सकता है? वास्तव में इसे कोह-ए-नूर कहा जाता है, जो एक पर्शियन शब्द है जिसका अर्थ रोशनियों के पहाड़ से है। दुनिया का ये बेशकिमती हीरा एक समय पर भारत की शान हुआ करता था। लेकिन अंग्रेजी हुकूमत के दौरान गोरे भारत की इस विरासत को अपने साथ लेकर चले गए और तब से लेकर अब तक ये हीरा ब्रिटेन की महारानी के मुकुट में सुशोभित हो रहा है। लेकिन एनडीए सरकार के शासन में आने के बाद दोबारा से कोहिनूर को भारत लाने की मांग तेज हो गई है। शुरुआत में तो भारत सरकार ने इसे वापस लाने की कोई खास प्रक्रिया नहीं अपनाई लेकिन अब लगता है कि जल्द ही कोहिनूर भारत वापस लाया जाएगा। दरअसल भारत कोहिनूर हीरे को वापस लाने के लिए जल्द ही ब्रिटेन से संपर्क कर सकता है, जो फिलहाल टावर ऑफ लंदन में ब्रिटेन की रानी के राजमुकुट में लगा है। सूत्रों ने बताया कि एक उच्च स्तरीय बैठक में इस आशय का फैसला किया गया है। इस बैठक में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और संस्कृति मंत्री महेश शर्मा, कैबिनेट सचिव पी.के. सिन्हा और अन्य लोगों ने हिस्सा लिया। इस मुद्दे पर अगले महीने ब्रिटेन से संपर्क किया जा सकता है। सूत्रों के अनुसार बैठक में ब्रिटेन के साथ एक संधि करने की संभावना पर भी चर्चा की गई। 15 अगस्त के बाद इस बारे में सरकार यूनाइटेड किंगडम सरकार से बातचीत शुरू कर सकती है। ब्रिटेन की नई प्रधानमंत्री थेरेसा मे की सरकार के साथ अब इस मसले पर बात होनी है।
सूत्रों के मूताबिक बैठक में ये तय किया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सरकार के साथ ही देशवासियों की भावनाओं के मुताबिक कोहिनूर को इंग्लैंड के राजघराने से भारत वापस लाने की प्रक्रिया शुरू की जाय। इसके लिए दोनों सरकारों के बीच बातचीत तो होगी लेकिन इससे पहले की प्रक्रिया तय होनी है।