आयशा बताती हैं कि उसके सपने को पूरा करने में परिवार ने भरपूर साथ दिया। जैसे ही उनके पिता को उनके सपने के बारे में पता चला उन्होंने तुरंत उन्हें फ्लाइंग स्कूल भेज दिया। उस समय उन्होंने दसवीं कक्षा पास की थी। आयशा कश्मीर के बारामूला क्षेत्र के ख्वाजा गांव की रहने वाली हैं लेकिन फिलहाल वो मुंबई में रह रही हैं। आयशा सुनीता विलियम्स को अपना आदर्श मानती हैं। उन्हें नई जगहों पर घूमना और लोगों से मेलजोल बढ़ाना बहुत पसंद है।
आयशा ने अपने करियर की शुरुआत सेसना 152 और 172 एयरक्राफ्ट उड़ाकर की। वो अपनी प्रेरणास्रोत सुनिया विलियम्स से भी मिल चुकी हैं। वो बताती हैं कि मैं देश की सबसे कम उम्र की पायलट बनने की जगह अपने बचपन के टारगेट को पूरा करने पर बहुत खुश हूं।