इन लोगों ने हमें बताया कि रेलवे स्टेशन पर सामान बेचने के लिए हमें 200 रुपये हर रोज़ बतौर टैक्स इन टैक्स माफियाओं को देना होगा। खास बात ये है कि फिर चाहे हम यात्रियों को मुंह मांगी रकम पर सामान बेचकर कितना भी कमाएं। इन लोगों ने हमें साफ तौर पर ये भी बता दिया कि हम स्टेशनों पर जो चाहें बेचें लेकिन पानी नहीं बेच सकते, हमारे पूछने पर उस शख्स ने हमें ये भी बता दिया कि पानी नकली आ रहा है और उस पानी को पुलिस बिकवा रही है इसमें हमारा कोई रोल नहीं है।
इसके बाद जब हमने बिल्ले की भी बात की तो शानू नाम के उस शख्स ने कहा कि अभी बिल्ला (मेडिकल) नहीं मिलेगा। हमारे आधे से ज्यादा लड़के बिना बिल्ले के ही काम कर रहे है। अगर उन्हें कोई पकड़ भी लेता है तो उसे हम छुड़ा कर ले आते हैं। यही नहीं इस शख्स ने हमें बताया कि अगर आप ट्रेन मे सामान बेचते वक्त या स्टेशन पर कहीं भी दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं या फिर आपकी मौत हो जाती है तो इसमें इनकी कोई ज़िम्मेदारी नहीं होगी।