जैसे ही बरात दरवाजे पर आई.. अपने हमसफर की एक झलक पाने के लिए..कमरे में बैठी दुल्हन ने उमंगों और दिल की तरंगों के बीच धीरे से खिड़की का पर्दा हटाया…पर जैसे ही उसने दूल्हे का चेहरा देखा तो वो देखते ही चीख पड़ी और रोती हुई बोली-ये तो डुप्लीकेट दूल्हा है, मैं तो इससे कभी शादी नहीं करूंगी।
मामला बिहार के सीतामढ़ी जिले में कोहबरवा गांव का है जहां डुप्लीकेट दूल्हा देखकर दुल्हन बिदक गई। उसने शादी से इन्कार कर दिया। दुल्हन के इन्कार के बाद परिजनों एवं ग्रामीणों ने दूल्हा और बरातियों को बंधक बना लिया। इस बीच शादी में मध्यस्थ रहा दुल्हन का चचेरा भाई भाग निकला।
खबरों के मुताबिक शादी के अगले सुबह गांव के मुखिया के नेतृत्व में पंचायत हुई। वर पक्ष ने दुल्हन के परिजन को खर्चे का भुगतान किया। इसके बाद वर पक्ष के लोग मुक्त हुए।
दरअसल कोहबरवा गांव की युवती की शादी मुजफ्फरपुर जिले के गोलगामा गांव निवासी स्वर्गीय युगल साह के पुत्र मुकेश कुमार से तय हुई थी। रविवार की रात बरात आई। दुल्हन के दरवाजे पर रथ सवार दूल्हा पहुंचा। खिड़की से दुल्हन ने देखा तो होश उड़ गए। उसने भाभी से कहा कि दूल्हा बदला है। जिसकी तस्वीर दिखाई गई, वह लड़का नहीं है।
दुल्हन के भाई ने भी दूल्हे को देखा तो बहन की शिकायत सही पाया। गांव में बात फैल गई। लोग आक्रोशित हो गए। नाराज ग्रामीणों ने बरातियों को बंधक बनाना लिया। बरातियों ने बताया कि हम लोग हलवाई नहीं, यादव के लड़के की शादी में आए हैं। यह सुनकर लोग सन्न रह गए। बताया गया कि दुल्हन का चचेरा भाई विकास साह एवं दूल्हे का भाई सुरेश राय पटना में किसी मिठाई की दुकान में नौकरी करते हैं।
दोनों की मध्यस्थता से शादी तय हुई। लड़की पक्ष को लड़के की तस्वीर दिखाई गई। लड़की के भाई ने हामी भर दी। दोनों पक्षों ने गांव में शादी का कार्ड बांटा। वर पक्ष ने वधू के पिता का नाम स्वर्गीय… साह के बदले … राय छपवाया। जबकि वधू पक्ष के कार्ड पर वर के पिता का नाम स्वर्गीय युगल राय के बदले युगल साह लिखवाया।
पंचायत में दूल्हे ने बताया कि वह चेन्नई में काम करता है। उसने अपने भाई के पास तस्वीर भेजी थी। लेकिन भाई ने किसी दूसरे की तस्वीर वधू पक्ष को दी। जाति बदले जाने की भी जानकारी नहीं थी। एक लाख रुपये देने के बाद दूल्हा एवं बरातियों को मु्क्त कर दिया गया।