गांव के सभी घरों कि महिलाओं ने बढ़ाया कदम और ग्राम प्रधान से मांगी मदद। राजरानी की इस मुहिम की वजह से 3 महीनों में ही गांव के 357 घरों में शौचालय बन गए। इतना ही नहीं 59 लोगों ने बिना किसी सरकारी मदद के अपने-अपने घरों में शौचालय बनवाए। इसके साथ ही एक सराहनीय काम ये हुआ कि ग्राम प्रधान ने कई महिलाओं का बैंक खाता भी खुलवाया और उनके खातों में ही सरकारी मदद से मिलने वाली धनराशि को जमा करवाया।