आकाश की यह तकनीक हमारे रक्त में एफएबीपी3 नामक प्रोटीन की मौजूदगी पर आधारित है, जिसकी मात्रा दिल तक रक्त और ऑक्सीजन की आपूर्ति के बाधित होने का संकेत देती है। इस तकनीक में रक्त में एफएबीपी3 की मात्रा का समय-समय पर विश्लेषण किया जाता है। इसकी खास बात यह है कि इसके लिए शरीर से रक्त निकालने की जरूरत नहीं पड़ती।
राष्ट्रपति भवन में आयोजित नवोन्मेष प्रदर्शनी में लगी अपनी इस तकनीक के बारे में बताते हुए आकाश ने कहा, ”एफएबीपी3 प्रोटीन सबसे छोटे प्रोटीनों में से एक है और यह हमारे शरीर में पाया जा सकता है। यह रिणावेशित (निगेटिव चार्ज वाला) होता है, इसलिए धनावेश पॉजिटिव चार्ज की ओर तेजी से आकषिर्त होता है। उसके इसी गुण का इस्तेमाल करते हुए मैंने यह तकनीक तैयार की है।