आपको बता दें कि यह एक गांठ के समान होता है जो कान में भर जाता है तथा इसमें कचरा भरा हुआ होता है। यदि आपके कान का मैल सूखा पपडीदार होता है तो इसका अर्थ है कि आपकी उम्र बढ़ने के साथ साथ ग्रंथियां सूख रही हैं। यदि आपके कान में मैल नहीं आता तो इस स्थिति को केराटिटिस ऑबट्युरन्स कहा जाता है जिसमें कान का मैल बाहर आने की बजाय कान के अंदर ही बनता जाता है और कड़ा हो जाता है। जब ऐसा होता है तब आपको दर्द और कान भरा हुआ महसूस होता है। यदि आपके कान में दबाव और दर्द है तथा कान से चिपचिपा पदार्थ बाहर आ रहा है तो ऐसा असामान्य त्वचा के निर्माण के कारण हो सकता है जिसे चोलेस्टाटोमा कहा जाता है।