दरअसल सिंहल द्वीप के राजा गंधर्व सेन और रानी चंपावती की बेटी पद्मावती चित्तौड़ की रानी थी। उनकी खूबसूरती और साहस के किस्से दूर दराज इलाकों में भी प्रसिद्ध थे। पद्मावती की शादी चित्तौड़ के राजा रतनसिंह के साथ हुई थी। रानी की खूबसूरती को देख कर एक दिन दिल्ली के सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी की उन पर बुरी नजर पड़ गई। रानी पद्मावती को पाने की ललक में खिलजी ने चित्तौड़ पर आक्रमण की ठानी। खिलजी ने एक चाल चली और रतनसिंह को पत्र लिख कर कहा की रानी पद्मावती को वह अपनी बहन समान मानता हैं और एक बार उनके दर्शन करना चाहता हैं इस पर रतनसिंह ने सहमती जताई और रानी पद्मावती कांच में अपना चेहरा दिखाने को राजी हो गईं। रानी पद्मावती की सुन्दरता देखकर खिलजी पागल सा हो गया और उसने राजा रतनसिंह को बंदी बना लिया।