यह अमेरिका के कंसास सिटी में रहने वाले एक ऐसे बच्चे की कहानी है, जिसे उसके मां-बाप ने ही दिल दहला देने वाले जुल्म ढाए। सात साल के एड्रिया की यातनाओं का अंत तब हुआ, जब बाप ने उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर भूखे सुअरों के सामने डाल दिए। दरअसल कंसास पुलिस के मुताबिक, एड्रिया जोन्स की 2015 में हत्या कर दी गई थी, तब उसकी उम्र सात साल थी। एड्रिया की यातनाओं का सिलसिला उस समय शुरू हुआ, जब 2013 उसके मां-बाप का डिवोर्स हो गया था। एड्रिया की एक बड़ी बहन भी थी, जिसकी कस्टडी मां को मिली थी, जबकि एड्रिया की पिता को। डिवोर्स के करीब एक साल बाद ही माइकल ने हीथर नाम की महिला से शादी कर ली थी।
खाना जमीन पर फेंक दिया जाता था और एड्रिया के हाथ-पैर बांधकर उसे जानवरों की तरह खाना खाने पर मजबूर करते थे। उसे देर रात घंटों तक गंदे तालाब के बीच खड़े रखा जाता था। वहीं, किनारे बैठकर मां-बाप शराब पीते थे। एड्रिया को कई बार इलेक्ट्रिक शॉक भी दिया गया, जिससे वह बेहोश हो जाता था। होश में आने पर मां-बाप उसे पीटते थे। उसके शरीर को लोहे की राड से बांध दिया जाता था, जिससे वह दिन-दिन भर बैठ तक नहीं पाता था। आखिरकार माइकल ने मार्च, 2015 में एड्रिया की हत्या कर दी और उसके शरीर के टुकड़े कर भूखे सुअरों के सामने डाल दिए।
एड्रिया के साथ हुई इस क्रूरता के सुबूत जुटाने में पुलिस को मशक्कत नहीं करनी पड़ी, क्योंकि माइकल और उसकी वाइफ हीथर ने ही टॉर्चर के वीडियो बनाने के लिए घर के अंदर और बाहर 30 कैमरे लगा रखे थे। वहीं, दोनों के मोबाइल में कई वीडियो थे।
नवंबर, 2015 में एक पड़ोसी ने नोटिस किया कि एड्रिया काफी दिनों से नजर नहीं आ रहा है। जब माइकल और हीथर से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि वह कुछ दिनों के लिए अपनी सगी मां के पास चला गया है। लेकिन, पड़ोसी को यह बात हजम नहीं हुई। उसने पुलिस को इसकी सूचना दे दी और पुलिस घर पहुंंच गई। शुरुआत में माइकल ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन माइकल और हीथर का रवैया और घर की हालत देखकर पुलिस को इनके साइको होने पर शक हो गया। इसके बाद पुलिस ने घर की तलाशी ली तो उनके हाथ वे वीडियो लग गए, जिनमें एड्रिया के साथ हुए जुल्म की पूरी कहानी कैद थी। रिमांड के दौरान माइकल और हीथर ने भी अपना जुर्म कुबूल कर लिया। आखिरकार कंसास की कोर्ट ने बीते बुधवार को दोनों को उम्रकैद की सजा सुना दी।