प्राचीन काल से ही यह माना गया है कि ऋषि मुनियों और संतों के पास एक दिव्य शक्ति होती है। जिसके लिए वे सालों तक साधना करते हैं तब जाकर उन्हें ये शक्तियां प्राप्त होती हैं। ऐसे ही एक मुस्लिम फकीर हुए हैं जिनको एक हिन्दू संत से सिद्धियाँ प्राप्त हुई थीं। इन संत का नाम था परमहंस योगानन्द और इन मुस्लिम फकीर का नाम था अफजल खान।
दरअसल सालों पहले अफजल खान की एक हिंदू संत से मुलाकात हुई और उसे अनेक सिद्धियां प्राप्त हो गईं। इसके पीछे की वजह बताते हुए युक्तेश्वरजी ने कहा कि सालों पहले बंगाल के एक गांव में एक संन्यासी अफजल से मिला। उन्होंने अफजल से कहा कि बेटा मुझे बहुत प्यास लगी है, थोड़ा पानी पिला दो। अफजल ने संन्यासी से कहा कि मैं तो मुसलमान हूं आपको पानी कैसे पिला सकता हूं। और हिंदू होते हुए मेरे हाथ से कैसे पानी पिएंगे।