ये परंपरा है इंडोनेशिया के दक्षिण सुलावेसी प्रांत के ताना तोराजा की जहां इस परंपरा को निभाने वाले लोगों का मानना है कि इससे बच्चे मरने के बाद प्रकृति की गोद में समा जाते हैं। बच्चे के शरीर को दफनाने के लिए लोग पेड़ के तने में गड्ढा करते हैं। इसके बाद कपड़े में लपेटकर ताड़ के पेड़ से बने फाइबर से ढक देते हैं। समय बीतने के साथ पेड़ों के ये गड्ढे भर जाते हैं।