जन्माष्टमी पर अदभुत संयोग, 5000 साल बाद आया मौका। इस बार की जन्माष्टमी कृष्ण भक्तों के लिए बेहद खास है। इस बार श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव का पर्व अनूठा संयोग लेकर आ रहा है। जन्माष्टमी  के दिन सूर्योदय के साथ ही अष्टमी तिथि का आगमन हो रहा है। इससे पूरे समय अष्टमी तिथि का प्रभाव रहेगा। इसके साथ ही मध्य रात्रि भगवान के जन्मोत्सव के समय रोहिणी नक्षत्र का भी संयोग रहेगा। श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर फिर एक बार वही संयोग बनने जा रहा है जो आज से 5000 वर्ष पूर्व भगवान कृष्ण के जन्म पर बना था। इससे कृष्ण जन्माष्टमी भगवान कृष्ण के जन्म के समय बनने वाले संयोगों के साथ विशेष रूप से फलदायी रहेगी।

ऐसा योग आज से 58 साल पहले 1958 में भी बना था। 58 साल बाद ऐसा संयोग दोबारा आया है। पंडितों के अनुसार ऐसा शुभ संयोग बनने से इस बार की जन्माष्टमी खास बन गई है। इस दिन किए गए दान-पुण्य आदि कर्मों का विशेष फल प्राप्त होगा तथा सौभाग्य में बढ़ोतरी होगी।

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