आखिर रेप के बाद क्यों किया जाता टू फिंगर टेस्ट जानिए !

आखिर रेप के बाद क्यों किया जाता टू फिंगर टेस्ट

आखिर रेप के बाद क्यों किया जाता टू फिंगर टेस्ट जानिए ! देश में लगातार बढ़ते रेप के मामलों के साथ-साथ टू फिंगर टेस्ट पर चर्चा होती रहती है। तमाम लोगों ने इस परीक्षण के प्रति कई प्रकार की धारणाएं बना रखी हैं। यह एक प्रकार की मानसिक यातना के बराबर है, जो रेप पीड़िताओं को अस्पताल पहुंचने के बाद दी जाती है। लेकिन क्या आप जानते है कि आखिर क्या है टू फिंगर टेस्ट? यह एक प्रकार का परीक्षण है, जिसे अंग्रेजी में पर वैजाइनल इग्जैमिनेशन कहते हैं। इसके माध्यम से कौमार्य परीक्षण किया जाता है, यह पता करने के लिये कि महिला के साथ संभोग हुआ है या नहीं।

इस परीक्षण में महिला की योनि का टेस्ट इस धारणा के साथ किया जाता है कि संभोग के परिणाम स्वरूप इसमें मौजूद हाइमन यानी योनिच्छद फट जाता है। इसमें डॉक्टर उंगलियों की संख्या के आधार पर बताते हैं कि महिला के साथ यौन संबंध बने हैं या नहीं।

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