आपको बता दें कि मई 2013 में भारतीय सर्वोच्च न्यायालय ने इस परीक्षण पर आपत्ति जतायी और कहा कि यह पूर्ण रूप से वैज्ञानिक परीक्षण नहीं है, इसलिये इस पर प्रतिबंध लगा देना चाहिये। बेहतर होगा किसी और परीक्षण को इजाद किया जाये। आपको बता दें कि बलात्कार पीड़िता का परीक्षण हो या वर्जिनिटी टेस्ट तुर्की समेत कई देशों में यह परीक्षण पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है। माना जाता है कि इससे महिला की अस्मिता को चोट पहुंचती है।