इसके बाद मेजबान उन सभी लोगों के आंसू पोंछते हैं जोकि फूट-फूटकर रोने लगते हैं। एक सुंदर रोने वाले लड़के रियूसी ने बीबीसी को बताया कि आमतौर पर जापानी लोगों के सामने रोने के आदी नहीं होते हैं, लेकिन अगर वे दूसरे लोगों के सामने रोना शुरू कर देते हैं तो कारोबार का वातावरण बदल जाता है।’
उसे अपनी टीम में ‘एक अच्छे दिखने वाले लेकिन कुछ अधिक वय वाले’ व्यक्ति के तौर पर जाना जाता है क्योंकि उसकी उम्र चालीस वर्ष के करीब है जबकि ज्यादातर मेजबान बीस वर्ष से कुछ अधिक उम्र के युवा होते हैं।
इन लोगों को एक ऐसे कारोबारी ने इस काम में लगाया है जो कि चाहता है कि जापानी लोग अपनी भावनाओं को सार्वजनिक तौर पर व्यक्त कर सकें।