दरअसल, एलेक्जेंडर एक युवा आंत्रप्रेन्योर है जो अपने एक कॉन्ट्रेक्ट को पूरा नहीं कर पाया था। इसके चलते उसे 32 लाख रुपयों का नुकसान उठाना पड़ा। एक कंपनी ने उसे स्क्रीन प्रिंटिंग के लिए ऑर्डर दिया था, लेकिन एलेक्जेंडर न तो वक्त पर प्रिंटिंग ऑर्डर पूरा कर पाया और न ही ऑर्डर देने वाली कंपनी का मैटेरियल लौटा पाया।
हालांकि, यह ऑर्डर एलेक्जेंडर की बजाय उसके दोस्त को दिया गया था, जो फेलियर साबित हुआ। ऐसे में एक ऑनलाइन ऑक्सन कंपनी उनसे मिली और दोनों ने ही इस नीलामी के लिए अपनी सहमति दे दी।