मालूम हो कि भारत सहित दुनिया भर के पत्रकार सूत्रों के हवाले से कई बार खबरें प्रकाशित करते हैं। कई बार ये खबरें गलत साबित होती हैं। ज्यादातर मामलों में खबर गलत होने पर पत्रकार से कोई सवाल-जवाब नहीं किया जाता है। पत्रकार व्यासेलव फेडोरेनकोव की साथ घटी घटना बिना पुष्टि के खबरें लिखने वाले दूसरे पत्रकारों के सामने सबक बन सकती है।