जब उनके पिता फ़्रांस में बतौर लेबर काम कर रहे थे, तभी उनके पिता ने अपने परिवार को फ्रांस बुला लिया। पांच साल की उम्र में वह अपनी मां और बड़ी बहन के साथ अपने पिता के पास फ्रांस के अमीन्स शहर चली गईं। और यहीं से उनकी जिंदगी बदलनी शुरू हुई, उन्होंने खूब लगन से पढ़ाई की और साल 2002 में पेरिस इंस्टिट्यूट ऑफ पॉलिटिकल स्टडीज से स्नातक किया। उन्हें 18 वर्ष की उम्र में फ्रांस की राष्ट्रीयता मिली और स्कॉलरशिप की मदद से उन्होंने फ्रांस के पॉलिटिकल साइंस संस्थान से शिक्षा ग्रहण की और बतौर ज्यूरिस्ट वहां काम भी किया।