हीरे की असली परख जौहरी ही कर सकता है और इसी बात का ताज़ा मामला देखने को मिला है लंदन में जहां एक महिला ने एक अंगूठी महज़ 200 रुपए में खरीदी थी। महिला ने साधारण समझ कर उसे पहन लिया और ऐसे ही 37 साल बीत गए। इस दौरान महिला को इस बात की ज़रा भी भनक नहीं लगी कि जो अंगूठी उसने पहनी हुई है वो असली हीरे की है और उसकी असल कीमत करोड़ों में है।

ए37 साल बाद उसके किसी मित्र ने उसको बताया कि जो अंगूठी उसने पहनीं हुई है वो असली हीरे कि है। पहले तो महिला ने अपनी मित्र की बात को ताल दिया लेकिन कुछ समय बाद उसने तय किया कि वो इसकी जांच करेगी और वो एक स्‍थानीय जौहरी के पास गई। जौहरी ने परखने के बात ना सिर्फ इस बात की पुष्‍टि की बल्‍कि बताया कि उस अंगूठी का अनुमानित मूल्‍य 2,50,000 पाउंड से 350,000 पाउंड के करीब है मतलब भारतीय मुद्रा में लगभग 2 से 2.9 करोड़ रुपए है। वास्‍तव में यह 26 कैरेट से कुछ ज्‍यादा की हीरे की अंगूठी है।

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एक्‍सपर्ट के अनुसार इस अंगूठी में लगे हीरे की पहचान इसलिए नहीं हो पाई क्योंकि इसे बहुत ही पुराने तरीके से काटा और तराशा गया था जिसकी वजह से इसके ऊपर पड़ने वाली रोशनी रिफ्लेक्ट नहीं होती थी जो सामान्‍यत: हीरों के साथ नहीं होता। बहरहाल इसके बाद आभूषणों की नीलामी करने वाली एक संस्था ने महिला से संपर्क किया और जब इसको नीलाम करने के लिए बोली लगाई गई तो इसकी कीमत 5.46 करोड़ रुपए तक पहुंच गई।

 

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