जिन लड़कियों को पीरियड्स में होता है ज़बरदस्त दर्द, वो नहीं सह सकती हैं लेबर पेन , पीरियड्स के समय हर लड़की को दर्द से गुजरना होता है। किसी को दर्द कम होता है तो किसी को ज्यादा। लेकिन दर्द तो होता ही है। इन पीरियड्स का मतलब होता है कि आप एक बच्चे के जन्म के लिए तैयार हो रही हैं और इन्ही पीरियड्स के जरिए एक लड़की का शरीर मजबूत भी बनता है और आगे दर्द झेलने की ताकत मिलती है।

 

एक ऑस्ट्रेलियन विमेंस वेबसाइट में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, पीरियड्स में होने वाले दर्द से लेबर पेन का अंदाजा लगाया जा सकता है। डॉक्‍टर दाशा फील्डर ने वेबसाइट से कहा, ‘शुरुआत के चंद पलों में पीरियड्स और प्रसव का दर्द एक जैसा ही होता है। फर्क बस इतना है कि पीरियड्स में दर्द उतना ही रहता है जितना कि शुरुआत में पर प्रसव में वो दर्द बढ़ता जाता है’।

इस खबर से वो लड़कियां बहुत खुश होंगी, जिन्हें पीरियड्स के दौरान ज्यादा दर्द नहीं होता है क्योंकि उन्हें फ्यूचर में लेबर पेन में भी ज्यादा दर्द होने के चांसेज कम बताए गए हैं। हालांकि, जिन लड़कियों को ज्यादा दर्द होता है, इस रिपोर्ट के मुताबिक उन्हें् लेबर पेन में भी कई गुना अधिक दर्द सहना पड़ सकता है।

पीरियड्स के दर्द और प्रसव के दर्द में एक सिंपल सा कनेक्शन है। प्रसव के दौरान सर्विक्स का मुह 1 सेंटीमीटर खुलता है लेकिन प्रसव के दौरान सर्विक्स का मुह 10 सेंटीमीटर तक खुल जाता है जिससे बच्चा आसानी से बाहर आ सके।

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