सर्वे में शामिल 95 फीसद उत्तर देने वालों ने माना कि उन पर सेक्स के लिए दवाब डाला गया था और यह उनके लिए ऐसा अनुभव था जिसे वे नहीं चाहते थे। न्यूयॉर्क टाइम्स के द डेली बीस्ट से बात करते हुए डॉ बारबरा ग्रीनबर्ग का कहना है कि जब हम सेक्स को लेकर किशोरों के बारे में बात करते हैं तो इस बात को पहले से ही मान बैठते हैं कि समाज के युवा पुरुष सेक्स को लेकर पागल होते हैं लेकिन कभी कभी पुरुषों को भी जबर्दस्ती सेक्स का शिकार होना पड़ता है।