रिपोर्ट के लेखकों का कहना है कि 43 फीसद हाई स्कूल के युवा और युवा कॉलेज छात्रों ने माना कि उन्हें अवांछित यौन अनुभव का शिकार होना पड़ा और इनमें से 95 फीसद का कहना था कि ऐसे मामलों में हमलावर जान पहचान वाली युवतियां, महिलाएं थीं। फ्रेंच का कहना था कि आमतौर पर पुरुषों के यौन अत्याचार को कभी भी अध्ययन का विषय नहीं बनाया जाता है। फ्रेंच के शोध में कहा गया है कि 18 फीसदी लोगों ने माना कि उनके साथ शारीरिक तौर पर जबर्दस्ती की गई जबकि 31 फीसदी का मानना था कि उन्हें शारीरिक संबंध बनाने के लिए मौखिक रूप से दबाव डाला गया था।
आगे कि स्लाइड में पढ़िए क्यों करती है लडकियां ऐसा