जीवन एक रेस है जहां सभी आपने सपनों के पीछे भागते हैं। भागते-भागते कब ज़िदंगी का अंत आ जाता है, यह पता ही नहीं चलता। लेकिन जीतता वही है जो अपने सपनों को पूरा करता है। ऐसी ही कहानी है लिन की। मिलिए लिन से जिसकी आंखों की रोशनी जाने वाली है लेकिन इसके बावजूद उसने अपनी कला का साथ नहीं छोड़ा। 12 साल की उम्र से पेंटिंग करने वाली लिन को सुन्दर चित्र बनाने में इतना मज़ा आता है कि उन्हें समय का अंदाज़ा नहीं रहता। देखिए यह वीडियो जहां लिन एक नई प्रेरणा दे रही है।

जैसे-जैसे उनकी आंखें कमज़ोर होती जा रही हैं, लिन और भी ज्यादा अपनी कला को पूरा कर रही हैं। वह खुद को अब आज़ाद समझती हैं और इसीलिए दिल खोल के काम कर रही हैं ताकी आंखें जाने के बाद उन्हें कोई मलाल न हो। शायद इसी को कहते है जीना।

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