कभी फेसबुक पर दावा करने वाले जुड़वे भाई ‘विंकेलवोस बंधु’ इन दिनों लगातार सुर्खियों में है। वो भी अपने अरबपति बनने की वजह से। आपको बता दें कि विंकेलवोस बंधु ने 4 साल पहले बिटक्वाइन में निवेश किया था । जो कि अब बहुत बड़ा मुनाफा देने लग गया है। साथ ही इसने अब दुनिया को पहला अरबपति भी दे दिया है। खास बात यह है कि बिटक्वाइन के जरिए अरबपति बनने वाले ‘विंकेलवोस बंधु’ जुड़वा भाई है।
बिटक्वाइन के जरिए अरबपति बने विंकेलवोस भाई 2009 में उस समय चर्चा में आए जब उन्होंने फेसबुक के संस्थापक मार्क जकरबर्ग पर सोशल मीडिया बनाने का उनका आइडिया चुराने का आरोप लगाया और केस कर दिया था। उनका दावा था कि हावर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के दौरान उन्होंने विश्वविद्यालय में एक सोशल नेटवर्क (कनेक्ट यू, पहले यह हावर्ड कनेक्शन नाम था) बनाने के बारे में योजना बनाई थी। इसमें भारतीय मूल के दिव्य नारायण सह संस्थापक थे।
इस सोशल नेटवर्क को तैयार करने के लिए उन्होंने जकरबर्ग का सहयोग लिया। लेकिन इसके कुछ ही महीनों के अंदर उन्होंने अपना सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक की स्थापना कर दी।
मार्क जकरबर्ग की इस हरकत से नाराज ‘विंकेलवोस बंधुओं’ ने 2011 में इसके लिए 100 मिलियन डॉलर मुआवजे की मांग की। उन्हें यह मुआवजा नहीं मिला, लेकिन ऐसी खबरें आई कि जकरबर्ग ने पर्दे के पीछे इन भाइयों को 65 मिलियन डॉलर देकर मामले को शांत कराया था।
‘विंकेलवोस बंधुओं’ ने 2013 में जकरबर्ग से समझौते से जो पैसा मिला उसमें से 11 मिलियन अमरीकी डॉलर का निवेश वर्चुअल मुद्रा बिटक्वाइन में किया था। जिसकी कीमत आज आसमान छू रही है और इसने दोनों भाइयों को कुछ ही सालों में अरबपति बना दिया।
‘विंकेलवोस बंधुओं’ का दावा है कि उन्होंने आज तक अपना एक भी बिटक्वाइन नहीं बेचा है। बिटक्वाइन की खोज 2009 में की गई थी।
बिजनेस में आगे की सोच रखने वाले ‘विंकेलवोस बंधुओं’ ने खेल जगत में भी हाथ आजमाया है। 2008 के बीजिंग ओलंपिक खेलों में दोनों ने नौकायन में अमेरिकी चुनौती पेश की थी। वहां भी उनका प्रदर्शन बेहद शानदार रहा था और यह जोड़ी छठे स्थान पर रही थी ।
दुनिया के शीर्ष 10 रइसों में शामिल मार्क जकरबर्ग के पास इस समय 71 बिलियन डॉलर की संपति है।