कराची में एक बार महामारी के हालात हो गए थे । इस समय लोगों की मदद के लिए सत्तार साहब ने टेंट लगाया और कई दिनों तक लोगों का मुफ्त इलाज किया। इतना ही नहीं उनकी इस सेवा-भाव को देखते हुए लोगों ने बाद में उन्हें काफी पैसा दिया। सत्तार साहब ने इन पैसों का उपयोग भी दूसरों की भलाई के लिए ही किया। इन पैसों से उन्होंने ‘ईदी फाउंडेशन’ संस्था की स्थापना की। आज यह फाउंडेशन पाकिस्तान सहित दुनिया भर के 13 देशों में कार्यरत है।
आपको बता दें कि ‘ईदी फाउंडेशन’ का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी दर्ज है। वह इसलिए कि दुनिया की यही एक ऐसी संस्था है, जिसके पास एंबुलेंस का सबसे बड़ा काफिला है। संस्था के पास 1800 एंबुलेंस, तीन ऐरोप्लेन और एक हेलीकॉप्टर भी है।