इंसान की शक्ल में फरिश्ता हैं, जनाब ‘अब्दुल सत्तर ईदी’ 16 बार हो चुके हैं नोबल प्राइज़ के लिए नोमिनेट
आज जहां दुनिया जहां में चारों और बुराईयां ही बुराईयां फैली हुई हैं, हर कोई एक दूसरे को लूटने पट तुला हुआ है। ऐसे कल युग में आज भी अच्छाई मौजूद है। कुछ ऐसे लोग आ...