दुनिया भर में खेलों के नाम पर ना जाने कितने ऐसे काम किए जाते हैं जो इंसानियत को टार टार कर देते हैं। कहीं सांडो को भालों से मारा जाता है तो कहीं उनकी बाली दी जाती है। ऐसा ही घिनोना खेल खेला जाता है तुर्कमेनिस्तान में जहां फारसी समुदाय के लोग नए साल के मौके पर इस बार भी बड़े पैमाने पर बुजकाशी खेल का आयोजन हुआ। यह गेम कुछ हद तक पोलो से मिलता-जुलता है, जिसमें प्लेयर्स घोड़े पर सवार रहते हैं।
इस खेल की सबसे अजीब बात यह है कि इस में कहीं भी बॉल का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। बल्कि बॉल की जगह इस खेल में बिना सिर वाले बकरे का इस्तेमाल किया जाता है। जिसमें प्लेयर्स बकरे को उठाकर सामने वाली टीम के पोस्ट में डालकर प्वाइंट जुटाते हैं। तुर्कमेनिस्तान के अलावा ये खेल अफगानिस्तान, कजाकिस्तान समेत साउथ एशिया के कई देशों में खेला जाता है।
हालांकि दुनिया भर में कई देशों में इस तरह के घिनौने खेलों के आयोजन पर रोक लगाने के लिए सख्त कानून बनाए गए हैं। लेकिन इसके बावजूद भी इनका आयोजन बड़े पैमाने पर किया जाता है।