अपने बड़े बड़े धुरंधर पहलवानों को अखाड़े मे कुश्ती करते और पहलवानी दिखाते देखा ही होगा अपने लेकिन क्या अपने कभी सोचा है कि अगर इसी अखाड़े में एक दिन अपके बूढ़े दादा जी धुरंधर पहलवानों से दो दो हाथ करे तो क्या होगा? सोच के भी डर लगता है ना। क्योंकि उम्र के उस पड़ाव पर ना तो शरीर और ना ही हड्डियां आपका साथ देती हैं। ऐसे में कुश्ती या वर्जिश करना नामुमकिन होता है।
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लेकिन इस नामुमकिन को मुमकिन बनाया है, किन्न्थलेवेरिच नाम के एथलीट नें जिसनें स्मिथ एंड फ़ोर्स कंपनी के साथ मिलकर विश्व में पहलवानी के लिए प्रसिद्ध वेनिस के मसलबीच अखाड़े के पहलवानों को वेटलिफ्टिंग की चुनौती दी।
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देखिये इस वीडियो में कैसे किन्न्थले ने इसके लिए बाकायदा मेकअप आर्टिस्ट से अपना पूरा रूप बदला और बन गए एक बुजुर्ग आदमी फिर क्या था, किन्न्थले पहुंच मसलबीच अखाड़े में। पहले तो अखाड़े में मौजूद सब पहलवान एक बुजुर्ग आदमी को रेस्लिंग रिंग में देख कर हैरान थे और फिर उनका मज़ाक भी उड़ाने लगे लेकिन किन्न्थले भी तैयार थे, वहां मौजूद सभी को हैरान करने के लिए। देखिये किस तरह लोग उन्हे वेट उठाने के लिए माना कर रहे लेकिन फिर जैसे ही किन्न्थले ने वेट उठाया वहां मौजूद सभी लोग हैरान हो गए और उनके लिए तालियां बजाने लगे। धीरे धीरे पूरा अखाडा तालियों की आवाज़ से गूंज उठा। और सभी किन्न्थले-मतलब दादा जी- की तस्वीर लेने लगे।वहां मौजूद पहलवानों ने भी दादा जी की पहलवानी का लोहा मान ही लिया और पहलवानी के नए विजेता बने हमारे किन्न्थले दादा जी।