संदेश में कहा गया, “सार्क, या दक्षेस की प्रक्रिया की शुरुआत करने वालो में शामिल रहे बांग्लादेश की क्षेत्रीय सहयोग तथा संपर्क में प्रतिबद्धता हमेशा मजबूत रही है, लेकिन उसका मानना है कि यह अधिक सौहार्दपूर्ण माहौल में ही आगे बढ़ सकता है। इस विचार के चलते बांग्लादेश इस्लामाबाद में प्रस्तावित शिखर सम्मेलन में शिरकत करने में असमर्थ है।”
प्रधानमंत्री मोदी पाकिस्तान को सख्त संदेश देने के लिए पिछले दिनों कई कदम उठा चुके हैं। उन्होंने दोनों देशों के बीच महत्वपूर्ण ‘सिंधु जल समझौते’ की समीक्षा की, जो कि भारत और पाकिस्तान के बीच छह नदियों के संसाधनों के बंटवारे के लिए है। पीएम मोदी ने कहा कि ‘खून और पानी साथ-साथ नहीं बह सकते।’
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