जी हां, अभी तक पाकिस्तान से दोस्ती की कसमें खाने वाला चीन अब अपने देश में पाकिस्तानी नागरिकों को होटल में ठहरने पर कमरा नहीं देगा। दरअसल आतंकवाद को लेकर बने विश्वव्यापी माहौल का असर है कि चीन के ग्वांगझू शहर के होटलों ने पाकिस्तान समेत पांच मुस्लिम बहुल देशों के नागरिकों को अपने यहां कमरे देने पर रोक लगा दी है। हालांकि चीन के विदेश मंत्रालय ने इस सूचना का खंडन करते हुए कहा है कि उसे होटलों की इस नीति की जानकारी नहीं है।
शहर के कम दर वाले तीन होटलों के संचालकों ने बताया है कि उन्हें मार्च महीने में पुलिस विभाग की ओर से कहा गया कि वे पाकिस्तान, सीरिया, इराक, तुर्की और अफगानिस्तान से आने वाले लोगों कमरा नहीं दें। ये सभी देश बीते कुछ वर्षो से आतंकी गतिविधियों से जुड़े हुए हैं। सीरिया, इराक और अफगानिस्तान तो गृह युद्ध सरीखी स्थितियों से गुजर रहे हैं। जाहिर तौर पर यह कदम सुरक्षा के मद्देनजर उठाया गया है।
ग्वांग्झू में इसी हफ्ते विकास पर एक उच्च स्तरीय बैठक होनी है। जबकि उसके कुछ दिन बाद ही हांग्झू में जी 20 सम्मेलन होना है जिसमें दुनिया के बड़े देशों के नेता आएंगे। वैसे इन दोनों शहरों के बीच की दूरी एक हजार किलोमीटर है। विदेश विभाग के प्रवक्ता लू कांग ने कहा है कि रिश्ते प्रगाढ़ बनाने के लिए दूसरे देशों के लोगों को चीन में सहूलियत देने की हमारी नीति है। लेकिन ग्वांग्झू के पुलिस विभाग ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। इसी विभाग पर होटलों को निर्देश देने की जिम्मेदारी है।