लेकिन, शिक्षाविदों का कहना है कि शंघाई की जियाओ तोंग यूनिवर्सिटी के कम्प्यूटर प्रोग्राम पर भरोसा किया जा सकता है। इस प्रोग्राम के जरिए 1856 तस्वीरों का विश्लेषण किया और बताया कि इनमें से कौन अच्छा है और कौन बुरा।
इन तस्वीरों में सभी किस्म के लोगों को देखा गया जोकि 18 वर्ष से लेकर 55 वर्ष तक के थे। इन तस्वीरों में कई तस्वीरें ऐसी थीं जोकि काफी हदतक मिलती जुलती थीं।