रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि 106 लोग बीते साल छोड़े गए थे जिन्हें अगवाह कर मौत के घाट उतार दिया गया। इसके अलावा बीएचआरओ ने यह दावा भी किया है कि सुरक्षा बलों द्वारा लगातार परेशान किए जाने के बाद लगभग 2578 लोग कोह्लू, शापुक, अवारान जैसे कई जिलों से पलायन कर चुके हैं।
ये शव मुख्य रूप से कराची और बलूचिस्तान के दक्षिणी-पश्चिम इलाकों में मिले थे। इसके अलावा बीबी गुल ने कहा कि कई राजनीतिक और गैर-राजनीतिक कार्यकर्ताओं के क्षत-विक्षत किए गए शव भी बीते साल में अलग-अलग जगहों पर पाए गए थे।
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