आपको जानकर हैरानी होगी कि 2012 से अब तक करीब पंद्रह हजार लोग इस कार्यक्रम में भाग ले चुके हैं। यह कार्यक्रम निःशुल्क है। इसमें शामिल होने वाले कुछ लोगों को गंभीर बीमारियां थीं और अपने अंतिम समय के लिए मानसिक रूप से तैयार हो रहे थे, तो कुछ लोगों में आत्महत्या करने की प्रवृत्ति थी।