अभियान से किन्नरों को जोड़ा जाएगा। उन्हें लोगों को खुले में शौच करने की आदत छुड़वाने के लिए पहले प्रशिक्षण दिया जाएगा। फिर वे शहर व ग्रामीण इलाकों में जाकर प्रेरक का कार्य करेंगे।

इसके तहत एक-एक कर जिले में एक दर्जन से अधिक पंचायत खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) हो चुके हैं। प्लान-ए में पंचायतों में शौचालय निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है।

बक्सर के जिलाधिकारी रमण कुमार ने कहा कि किन्नर हमारे समाज के प्रमुख अंग हैं। उन्हें इस अभियान से दूर नहीं रखा जा सकता। उनका योगदान अभियान में स्वच्छता सेनानी के रूप में लिया जाएगा।

 

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