बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई ऐंड ट्रांसपॉर्ट अंडरटेकिंग (बेस्ट) ने अपने 30 हजार कर्मचारियों के वेतन का कुछ हिस्सा 10-10 रुपए के सिक्कों में दिया है।
लंबे समय से घाटे में चल रही बेस्ट की आर्थिक हालत इतनी खराब हो गई है कि प्रशासन उसके कर्मचारियों को सैलरी तक नहीं दे पा रहा है। ऐसा पहली बार है जब कर्मचारियों को सैलरी सिक्कों में दी गई है।
गुरुवार को कंपनी के वित्त विभाग ने फैसला किया कि प्रत्येक कर्मचारी को 10-10 रुपये के 50-50 सिक्के दिए जाएं। हालांकि, बेस्ट के महाप्रबंधक जगदीश पाटिल ने सैलरी में सिक्के देने के बारे में कुछ और ही कहा है। उन्होंने कहा, फिलहाल बेस्ट के पास 10-10 रुपए के सिक्कों के रूप में 1.30 करोड़ रुपए जमा हैं। ये सिक्के बस के पैसेंजर्स से इकट्ठा किए गए हैं। आरबीआई और अन्य बैंक जगह की कमी की वजह से इन सिक्कों को रखने से इनकार कर चुके हैं। इसलिए ये सिक्के बड़ी समस्या हैं।
गौरतलब है कि बेस्ट पर 400 करोड़ रुपए का कर्ज है और अब तक यह 1 हजार करोड़ रुपए के घाटे में चल रही है। बेस्ट प्रबंधन किसी तरह जुगाड़ कर कर्मचारियों को सैलरी का भुगतान करता रहा है।