शासिका का पहला सिक्का : अमूमन सिक्कों पर पुरुष शासकों की ही छवी या नाम होता था। 21 सौ साल पहले शासिका नागनिकाय ने ऐसे सिक्के जारी किए जिस पर रानी का नाम, अश्वमेघ यज्ञ का घोड़ा और यज्ञवेदी बने हुए थे।
सबसे पुराना सिक्का : नासिक के चेतन राजापुरकर के कलेक्शन में दुनिया का सबसे पुराना सिक्का है, जो कि 300 ईपू कुटापाडासा शासक ने जारी किया था। विदर्भ में जारी किए गए इस सिस्के का निर्माण मिश्रधातु से किया गया और इस पर देवीलक्ष्मी का अभिषेक करते हाथी अंकित है।
प्लास्टिक का पहला सिक्का : हेमंत खजांची के कलेक्शन में कंपोजिट प्लास्टिक का सिक्का है। ट्रांसनिस्ट्रिया ने यह नोट 1, 3, 5 और 10 रूबल (रूपए) का जारी किया था।
कम्यूनिकेशन करता सिक्का : आदित्य स्टेकर के कलेक्शन में शाक शासक दामजद का वह सिक्का है जो जारी तो इंडोग्रीक राजा सॉटर मेगस ने किया था, लेकिन इसे हराते ही दामजद ने इसके सिक्कों पर अपनी मोहर लगा दी। यह इसलिए ताकि सिक्कों के जरिए अपने शासक होने की बात सब तक पहुंचाई जा सके।
वस्तु विनियम पर रोक लगाता सिक्का : वस्तु विनिमय की परंपरा को खत्म करते सिक्कों पर चार आना, आठ आना और 2 आना का चलन मौर्य शासनकाल में आया। इस काल में इन सिक्कों को कर्शपन कहते थे।