देना बैंक की सिविल कैंपस शाखा के बाहर कतार में एक महिला भी कई घंटों से थैली में रुपए लेकर खड़ी थी, अचानक उसके मन में ख्याल आया कि वो जो 75 हजार रुपए बैंक में जमा करवाने आई हूं, वो क्यों न अस्पताल में मरीजों की सेवा करने वाली संस्था को दान में दे दूं?

बैंक में रुपए जमा करवाने आई महिला के दिल में यह विचार आते वह महिला सीधे सिविल अस्पताल के रोगी कल्याण समिति के दफ्तर पहुंची और सबसे पहले संस्था के कामकाज के बारे में जानकारी ली। जानकारी लेने के बाद जब उसे संतुष्टि हो गई तब उसने अपने 75000 हजार रुपए बैंक में जमा करवाने की बजाय मरीजों की मदद के लिए दान में दे दिए।

 

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