छलकती आंखों से ताऊ ने भतीजे से कहा, मैं हूं ना… , भोपाल में वह डेढ़ साल की उम्र से ही ताऊ के घर रहा। दो बेटियां होने से ताऊ ने भी बच्चे पर पूरा स्नेह उड़ेला। लेकिन बारह साल बाद छोटे भाई ने अपना बेटा वापस मांगा। मामला बाल संरक्षण आयोग में पहुंच गया। अंततः मंगलवार को जब बच्चे को उसके मूल पिता को सौंपा गया,तो वातावरण काफी भावुक हो गया। विछोह के कारण बच्चा जब बिलखने लगा,तो उसकी चचेरी बहन उससे लिपटकर रोने लगी। रुंधे गले और नम आंखों से ताऊ ने इतना कहा बेटा अभी मैं हूं ना…।
आयोग के बुलावे पर ताऊ अपने भतीजे और छोटी बेटी के साथ पहुंचा। उधर उसका छोटा भाई भी अपने कुछ गवाहों के साथ आया था। काउंसलिंग के दौरान मासूम बच्चा भावनात्मक रूप से समझ ही नहीं पा रहा था,कि वह क्या करे? दिल पर पत्थर रखकर जब ताऊ ने बच्चे को उसके मूल पिता को देने की बात कही,तो माहौल काफी भावुक हो गया। जैसे ही चचेरी बहन ने भाई का स्कूल बैग और कपड़े सौंपे,तो वह बिलखने लगा। बहन भी उससे लिपटकर खूब रोई। पास ही बैठे ताऊ ने बस इतना ही कहा बेटा… अपना ध्यान रखना… अभी मैं हूं ना।