दरगाह दीवान ने कहा कि विदेशी दुश्मनों से हमारी बहादुर सेनाएं लोहा ले सकती है लेकिन देशी गद्दारों से निपटना तब मुश्किल हो जाता है जब धर्म के नाम पर वोट की राजनीति की जाती रही हो और नौजवानों को धार्मिक कट्टरता के आधार पर गुमराही के अंधेरे में धकेलने की साजिशें खुलेआम रची जा रही हों। कश्मीर में अलगाववादियों के खिलाफ अब आवाज उठने लगी है। खास तौर पर पाकिस्तान की एक घटना के बाद तो कश्मीरी लोगों को भी समझ आ रहा है कि भारत जैसी आजादी किसी देश में नहीं है। बलूचिस्तान पर प्रधानमंत्री के बयान का समर्थन करने वाले बलूच नेताओं पर पाकिस्तान ने कार्रवाई की है। उनके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया है।

इसे भी पढ़िए- कश्मीर में अलगाववादियों ने महबूबा को भी नही बक्शा

दरगाह दीवान ने देश के सभी राजनैतिक दलों का आह्वान किया कि संसद में सर्व सम्मति से यह प्रस्ताव पारित किया जाए कि भारतीय सेना पाक अधिकृत कश्मीर पर कब्जे की निर्णायक कार्यवाही अमल मे लाऐ।

1 2 3
No more articles